Business Idea: हर महीने होगी 3 लाख तक कमाई, 25 हजार में शुरू करें ये बिजनेस! सरकार देगी 50% सब्सिडी

Business Idea: हर महीने होगी 3 लाख तक कमाई, 25 हजार में शुरू करें ये बिजनेस!  सरकार देगी 50% सब्सिडी

Business Idea: आज हम आपके लिए एक जबरदस्त बिजनेस आइडिया (Best Business Idea) लेकर आए हैं. इससे आप हर महीने लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं. सबसे खास बात यह है कि इस बिजनेस को शुरू करने में सरकार की तरफ से 50% तक की सब्सिडी मिल सकती है. ये खास बिजनेस है- मोती की खेती (Pearl farming) का. इसमें आपको ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं है, इसमें मुनाफा भी जबरदस्त होगा.

इस बिजनेस आइडिया से आप हर महीने लाखों रुपये कमा सकते हैं. सबसे अच्छी बात ये है कि इस बिजनेस को स्टार्ट करने में सरकार की तरफ से 50 फीसदी तक की सब्सिडी (take 50% subsidy) मिलती है. ये खास बिजनेस है- मोती की खेती (Pearl farming) का. सीप और मोती के बिजनेस पर लोगों की रुचि बढ़ी है और कई लोग इससे अच्छी खासी कमाई भी कर रहे हैं.
मोती की खेती

भारत में मोतियों के उत्पादन के लिए उपयोग की जाने वाली महत्वपूर्ण और मुख्य मसल्स प्रजातियाँ हैं:
  • लैमेलिडेन्स मार्जिनलिस (मीठे पानी)।
  • कोरियनस (मीठे पानी)।
  • पारेसिया कोरुगाटा (मीठे पानी)।

मोती के प्रकार

मोती मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं

1.प्राकृतिक मोती: इस प्रकार के मोती का आकार विदेशी शरीर के मूल आकार पर निर्भर करता है।

2. कृत्रिम मोती: ये कृत्रिम रूप से बनाए जाते हैं और एक सिंथेटिक सामग्री के साथ लेपित होते हैं।

3.संवर्धित मोती (ताजे पानी): ये ताजे पानी जैसे तालाबों, नदियों आदि में सुसंस्कृत मोती हैं। आप इस प्रकार में वांछित आकार प्राप्त कर सकते हैं।

उपरोक्त श्रेणियों के अंतर्गत, यहां मोतियों की कुछ सूची दी गई है।

  • प्राकृतिक मोती।
  • मीठे पानी में सुसंस्कृत मोती।
  • केशी मोती
  • खारे पानी में संवर्धित मोती।
  • माबे मोती।
  • जापानी सुसंस्कृत मोती।

मोतियों की रासायनिक संरचना:

  • 82 से 85% अर्गोनाइट कैल्शियम कार्बोनेट।
  • कार्बनिक मैट्रिक्स का 10 से 13%।
  • 2 से 5% पानी।

किसान, जानिए इससे जुड़ी सारी जानकारी और कैसे करनी है तैयारी

  • मोती की खेती के लिए सबसे अनुकूल समय शरद ऋतु यानी अक्टूबर से दिसंबर तक का समय माना जाता है. इसकी खेती के लिए भूमि की जगह तालाब की जरूरत पड़ती है. तालाब में शिप के माध्यम से मोती की खेती की जाती है.लंबे समय से हमारे किसान पारंपरिक खेती करते आ रहे हैं. आम तौर पर किसान सब्जी और अनाज का उत्पादन ही करते हैं. लेकिन आज के समय में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए किसान नए प्रयोग कर रहे हैं और वे अधिक आय देने वाली फसलों का चुनाव कर रहे हैं. कुछ हटकर और अलग करने की चाह मोती किसानों के लिए अच्छा विकल्प बन कर उभरा है. इसका उत्पादन कर किसान लाखों में आमदनी प्राप्त कर रहे हैं.
  • मोती एक प्राकृतिक रत्न है, जो शिप से पैदा होता है. बाहरी कणों के शिप के अंदर प्रवेश करने से मोती का निर्माण होता है. मोती तैयार होने में लगभग 14 माह का समय लग जाता है. मोती की गुणवत्ता के अनुसार उसकी कीमत तय होती है. एक सामान्य मोती का दाम 300 से 1500 रुपए तक होता है. वहीं डिजायनर मोती के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 हजार रुपए तक का दाम मिल सकता है.

मोती की खेती के लिए सबसे अनुकूल है यह समय

  • मोती की मांग घरेलू बाजारे के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में हमेशा बनी रहती है. मोती की खेती से लाभ होता देख किसान इसकी खेती में दिलचस्पी दिखाने लगे हैं और इसकी कृत्रिम खेती करने लगे हैं. वैज्ञानिक विधि से और प्रशिक्षण लेकर अगर मोती की खेती करते हैं तो अच्छी गुणवत्ता वाली मोती की खेती की जा सकती है. इसे बाजारों में बेचकर किसान काफी मुनाफा कमा सकते हैं.
  • मोती की खेती के लिए सबसे अनुकूल समय शरद ऋतु यानी अक्टूबर से दिसंबर तक का समय माना जाता है. इसकी खेती के लिए भूमि की जगह तालाब की जरूरत पड़ती है. तालाब में शिप के माध्यम से मोती की खेती की जाती है. डीडी किसान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस तरह की मोती को हम अपनी इच्छा के अनुसार आकार, रंग और रूप दे सकते हैं. हालांकि यह प्राकृतिक मोती में संभव नहीं होता.

मोती खेती परियोजना शुरू करने से पहले, इन बातों का रखना होता है ध्यान

  • सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, मोती की खेती का व्यवसाय एक दीर्घकालिक परियोजना है, आपको मोती की खेती परियोजना को स्थापित करने के लिए प्रारंभिक निवेश के साथ-साथ समय और कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
  • व्यावसायिक मोती खेती परियोजना स्थापित करने के लिए आपको एक सुरक्षित स्थान/स्थान का चयन करना होगा। यह शिकारियों से मुक्त होना चाहिए, अन्य खतरों से बाढ़ आना चाहिए।
  • तालाब में संस्कृति के लिए आपके पास सीप का अच्छा स्रोत होना चाहिए।
  • मोती की खेती में ग्राफ्टिंग तकनीक का कुछ कौशल आपके पास होना चाहिए क्योंकि यह व्यावसायिक मोती खेती परियोजना के लिए आवश्यक है। मीठे पानी की मोती संस्कृति के इन सुझावों को जानने के लिए आप पास के मोती के खेतों में जा सकते हैं।
  • अंत में, आपको अपने खेत में उत्पादित मोतियों को बेचने के लिए एक अच्छा विपणन चैनल स्थापित करना चाहिए।
  • आपको एक पर्ल फार्मिंग बिजनेस प्लान तैयार करना चाहिए जिसमें मसल्स खरीदने से लेकर मार्केटिंग मोती तक फार्म के सभी वित्तीय पहलू शामिल हों।
  • मोती की खेती के लिए जितना जरूरी प्रशिक्षण है, उतना ही जरूरी है उसके लिए उपयोग में आने वाले सामान और रखरखाव करना. आप शुरुआत में 1000 शिपों के साथ मोती उत्पादन का काम शुरू कर सकते हैं.
  • सबसे पहले हमें शिपों को इकट्ठा करना होता है. किसान इन्हें नदियों या तालाबों से प्राप्त कर सकते हैं. आज कल यह बाजार में भी उपलब्ध है. सर्जरी करने से पहले शिपों को 10 से 15 दिन पानी में रखना होता है. इसके बाद पानी से निकाल कर सर्जरी की जाती है. तालाब में छोड़ने के बाद समय-समय पर देखरेख जरूरी है.
  • 12-14 महीने में किसान तालाब से डिजायनर मोती प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन गोल मोती के लिए 2 से 2.5 वर्ष तक इंतजार करना पड़ सकता है.

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